कानपुर देहात,कानपुर नगर व आसपास जिलों में होती है फूलों की सप्लाई
गांव के ज्यादातर किसान करते हैं फूलों की खेती
कानपुर देहात,21फरवरी 2024। क्षेत्र का फूलपुर गांव फूलों की खुशबू से महक रहा है। पूरा इलाका लाल,सफेद फूलों से रंगा नजर आ रहा है। यहां के ज्यादातर किसान फूलों की खेती करते हैं। साल भर में चार फसल पैदाकर खेती से कमाई भी कर किसान समृद्ध भी हो रहे हैं।
शिवली क्षेत्र की ग्राम सभा रास्तपुर मजरा फूलपुर है। यहां के किसान करीब चालीस बीघा खेती में फूल की खेती करते हैं। इस समय गेंदा,बिजली, गुल मेंहदी,जाफरी गेंदा की फसल बोई गई है। फूल की फसल तीन माह में तैयार होती है। किसान क्रमशा खेत तैयार कर साल भर फूल की खेती करते हैं। रास्तपुर से किसान कल्यानपुर,नौबस्ता व शिवाला में फूलों की सप्लाई करते हैं। किसानों ने बताया कि इस समय गेंदा 10 से 15 रुपए किलो व बिजली फूल 15 से 20 रुपए किलो बिक रहा है।
फूलों की खेती करने वाले किसान राजनारायन राजपूत ने कहा कि बीस वर्ष से फूलों की खेती कर परिवार चला रहे हैं
किसान नन्हा राजपूत ने बताया कि चारो तरफ अन्ना पशुओं का जोर है। अन्ना पशु भी फूलों को नहीं खाते जिससे नुकसान नहीं होता है।
किसान सूरज राजपूत ने बताया की फूलों की खेती करते हैं। कानपुर में फूल आसानी से बाइक जाते हैं। जिससे सहूलियत होती है।
किसान बउवन ने बताया कि लगभग पूरा गांव फूलों की खेती करता है। सरकारी मदद मिले तो और प्रगति कर सकते हैं।
पूरे परिवार के साथ व पढ़े लिखे युवा भी करते हैं फूल की खेती
कानपुर देहात। फूलों की खेती घर परिवार के साथ किसान मिल कर कर लेते हैं। जिससे मजदूरी की बचत हो जाती है। किसान लाल सिंह पत्नी रीमा राजपूत के साथ गेंदा के फूल सोमवार को तोड़ते हुए मिले। बोले कि तीन माह फूलों की एक फसल से पंद्रह विस्वा खेत से पचास हजार रुपए कमाते हैं। इसी तरह किसान राजनारायन राजपूत तीन बीघा फूलों की खेती पत्नी विमलेश कुमारी व लड़कों विशाल,सागर,आनंद के साथ मिलकर करते हैं।
कई किसानों को नही मिल रहा किसान सम्मान निधि का लाभ
कानपुर देहात। फूलों की खेती करने वाले कई किसानों को किसान सम्मान निधि नही मिल पा रही है। किसान लाल सिंह ने बताया की उसके साथ की किसानों ने सम्मान निधि के लिए आवेदन किया था। अभी तक सम्मान निधि नही मिल पा रही है।