इस बार भगवान कृष्ण की 5250वीं जयंती मनाई जाएगी
सुनाद न्यूज,05 सितंबर 2023। कानपुर के मैथा के रहने वाले कथा व्यास पंडित प्रदीप मिश्रा ने बताया कि इस बार कृष्णा जन्माष्टमी में बहुत ही सुंदर योग बन रहा है जिसमें दिन नक्षत्र तिथि सब कुछ वही प्राप्त हो रही है जो भगवान के जन्म में प्राप्त हुई थी
6 सितंबर बुधवार को रात 7.57 बजे के बाद अष्टमी तिथि लग जायेगी एवं रोहिणी नक्षत्र भी दिन में 2.39 बजे से प्रारंभ हो जायेगी इस लिए अर्ध रात्रि में अष्टमी तिथि एवं रोहिणी नक्षत्र एक साथ मिल जाने से जयंती योग में श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व ग्रहस्थ जनों के लिए होगा।उदया तिथि अष्टमी एवं रोहिणी का सयोग 7 सितंबर गुरुवार को मिल रहा है यद्यपि यह योग अर्ध रात्रि तक नहीं रहेगा फिर भी उदया तिथि को मानने वाले वैस्नव संत श्री कृष्ण जन्माष्टमी 7 सितंबर को मनाएंगे। हम आप सभी भगवान लड्डू गोपाल का गाय के दूध के द्वारा अभिषेक करें वह गाय का घी दही सहित चीनी गंगाजल मिलकर के पंचामृत तैयार करें जिससे भगवान को भोग लगाने और तुलसी दल अवश्य भगवान को अर्पित करें ऐसा करने से हमारे जीवन में सभी बिगड़े हुए काम बनेंगे