लोक सभा व विधान सभा चुनाव में भाजपा को प्रचंड बहुमत से ग्रामीणों को बंधी है उम्मीद
-कार्गो हवाई अड्डे के रूप में भी किया जा सकता है विकसित
-कार्गो हवाई अड्डे से कानपुर नगर,देहात,दिबियापुर(औरेया) की इंडस्ट्री को लगेगे पंख,किसानों को भी होगा फायदा
गीतेश अग्निहोत्री
पिछले दिनों नागरिक उड्डयन विभाग की लखनऊ से आई टीम का हेलीकॉप्टर नागरिक उड्डयन विभाग के अपर निदेशक प्रशासन विष्णू भूषण के निर्देशन में जिले की शिवली की मरहमताबाद हवाई पट्टी पर उतरा था। उसी दिन अलीगढ़,चित्रकूट की हवाई पट्टियों का निरीक्षण भी किया गया था। उस समय लगा कि कानपुर देहात की हवाई पट्टी का कायाकल्प होगा। हालाकि प्रदेश सरकार की कैबिनेट की बैठक में अलीगढ़ व चित्रकूट की हवाई पट्टियों को छोटा हवाई अड्डा मानकर उनके विकास,प्रबंधन व संचालन की जिम्मेदारी भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को दी गई है। मुख्यमंत्री जी कानपुर देहात की हवाई पट्टी पर ध्यान दे दीजिए। नागरिक हवाई अड्डे की जगह इसे कार्गो हवाई अड्डा बनाया जा सकता है। कानपुर।देहात के रनियां,कानपुर नगर,दिबियापुर(औरेया) का सामान अल्प समय में दूसरी जगह पहुंचाया जा सकता है। किसानों को भी फायदा मिल सकता है।
चार वर्षों से है विकसित होने का इंतजार
मैथा तहसील क्षेत्र कि गांव सभा मरहमताबाद के पास वर्ष 2015 कई करोड़ रुपयों की लागत से 450 मीटर चौड़ी 3 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी बनवाए जाने का काम शुरू कराया गया था । वर्ष 2017 में निर्माण कार्य पूर्ण हो गया था । वर्ष 2018 में राजकीय हवाई जहाज उतरा था। चार वर्ष से हवाई पट्टी के विकसित होने का इंतजार है। एडीएम जेपी गुप्ता भी आशान्वित हैं।
नाला बना मुसीबत
हवाई पट्टी बनाए जाने से पहले निर्माण में लगी कार्यदाई संस्था राइट्स ने जो पानी निकास का सर्वे कराया। वह सही नही निकला। हवाई पट्टी के नीचे से निकला नाला संकरा है। जिससे आसपास के एक दर्जन गांव टापू बन जाते हैं।