सुनाद न्यूज
15 जनवरी 2023
राजू शुक्ला
शिवली। मैथा क्षेत्र के बाघपुर गांव में चल रही श्रीमदभागवत कथा में शनिवार को सुदामा चरित्र सुनाते हुए व्यास मृदुल जी महाराज नेकहा मित्रता कृष्ण व सुदामा की तरह होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सच्ची मित्रता में कोई गरीब अमीर नहीं होता।मित्रता के लिए किसी भी प्रकार की दौलत की आवश्यकता नहीं होती।सुदामा दरिद्र होते हुए भी भगवान श्रीकृष्ण के मित्र थे। इस मौके पर उन्होंने जीवन में कर्म प्रधान होने की बात को जरूरी बताते हुए कहा कि सुदामा विद्वान था। अपनी विद्वता से वो धनार्जन कर सकता था। सुदामा ने विद्वता को कभी धन कमाने का साधन नहीं बनाया। इसलिए वो गरीब होते हुए भी अमीर था। श्रीमद भागवत समापन पर कृष्ण सुदामा रुक्मिणी की सुंदर झांकी ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया। इस मौके पर सुमित कुमार,सतीश शुक्ला,अमर सिंह,शेखर तिवारी मौजूद रहे।