सुनाद न्यूज
26 दिसंबर22
कानपुर देहात।शिवली कस्बे के प्रसिद्ध जागेश्वर मंदिर का वार्षिकोत्सव के पहले दिन धूमधाम से कलश यात्रा निकाली गई। बनारस से आए आचार्य रमेश चंद्र शास्त्री,जयशंकर पांडेय व शिवली के अरविंद त्रिवेदी,संजय ने कलश यात्रा के पहले पूजन अर्चन कराया। कलश यात्रा गाजे बाजे के साथ जागेश्वर मंदिर से होकर कस्बे के विभिन्न मंदिरों से होते हुए पांडव नदी जल लेने पहुंची। मंदिर का तेरहवां वार्षिकोत्सव ग्यारह दिनों तक चलेगा। यहां पर श्रीमद भागवत कथा व्यास रामचन्द्र दास सुनाएंगे। जब रुद्र महायज्ञ में आहुतियां रमेशचंद्र शास्त्री डलवाएंगे। शिवकुमार तिवारी,तेजस्वी पांडेय,चंद्र कुमार मिश्रा,दिनेश प्रजापति,ओपी शुक्ला,प्रदीप महाराज,सत्यदेव दीक्षित कलश यात्रा में भजन गाते हुए चल रहे थे।गोपाल द्विवेदी,रामचंद्र तिवारी, विमलेश अग्निहोत्री मनीष सैनी,गोविंद द्विवेदी मौजूद रहे।
स्वंभू हैं जागेश्वर महादेव बाबा
शिवली। कस्बा शिवली के जागेश्वर मंदिर के शिवलिंग को स्वयंभू माना जाता है। इसी शिवलिंग के नाम पर कस्बे का नाम शिवली पड़ा है। वर्तमान समय मे शिवली के नाम से नगर पंचायत स्थापित है। तेरह वर्ष पूर्व भक्तों ने वार्षिकोत्सव मनाना शुरू किया।
क्षेत्र से होकर पांडव नदी के समीप प्राचीन जागेश्वर मंदिर स्थित है।मान्यता है कि यहां का शिवलिंग स्वयं धरती से प्रकट हुआ है। शिवलिंग का दूसरा छोर पाताल से जुड़ा है। बताते चले की प्राचीन समय में बंजारों की एक गाय टीले पर एक जगह दूध गिराने लगती थी। चरवाहों ने यहाँ खुदाई करवाई तो शिवलिंग पाया गया। 18वीं शताब्दी में शिव जी के परमभक्त देवनाथ दुबे ने मंदिर और तालाब व कुआं का निर्माण करवाया था। मंदिर परिसर में कई देवी देवताओ के मंदिर स्थापित हो चुके है।