लेख-सुनाद न्यूज
15 नवंबर 2022
गीतेश अग्निहोत्री
देश में पहले भी जघन्यतम व क्रूरता पूर्ण ढंग से हत्याएं हुई हैं। लेकिन प्रेम करने वाली श्रद्धा को पैंतीस टुकड़ों में काटकर मारना आमजन में सिहरन पैदा करता है।
कई बार लोगों की हत्या भी सुर्खियां बन जाती है। इस बार दिल्ली महरौली में हुई इस दिल दहलाने वाली घटना ने खबर पढ़ने व सुनने वालों के रोंगटे खड़े कर दिए हैं। देश में पहले भी जघन्यतम व क्रूरता पूर्ण ढंग से हत्याएं हुई हैं। लेकिन प्रेम करने वाली श्रद्धा को पैंतीस टुकड़ों में काटकर मारना आमजन में सिहरन पैदा करता है। आखिर आफताब को इतना गुस्सा कैसे आ गया कि पैंतीस टुकड़े कर दिए। टुकड़े ही नही किए। हत्या कर शव नया फ्रिज लाकर उसमें स्टोर कर दिए। और शव के टुकड़ों को शातिराना ढंग से पालीथीन में पैक कर कई दिनों तक जंगल मे जाकर फेंकता भी रहा। जिससे श्रद्धा का नामोनिशान मिटाया जा सके। प्यार के चक्कर मे पड़े युवक व युवतियों को विचार करना होगा। क्या यही प्यार है।
भारत में प्यार त्याग,समर्पण की भावना को प्रदर्शित करता है। मीरा,राधा का नाम तो प्रेम में सर्वस्व निछावर करने के लिए जाना जाता है। प्रेम और शारीरिक आकर्षण में अंतर है। यहां आरोपी आफताब ने त्याग,समर्पण तो दूर क्रूरतम हत्याकांड को अंजाम दिया है। हत्या का खुलासा दिल दहला देने वाला है। आफताब की शादी के दबाव के चलते हत्या करने की बात फौरी तौर पर कहना विश्वास करने लायक नही है। किसी की भी हत्या को कभी जायज नही ठहराया जा सकता है। फिर में गुस्से में गला दबा देने से हुई हत्या कहना ठीक नही होगा। हत्या के बाद स्वीकरोक्ति पकड़े जाने के बाद आरोपी आफताब ने की है। मान लिया जाए कि आवेश में हत्या हो गई। तो पैंतीस टुकड़े कर उन्हें स्टोर करना,और शातिराना तरह से ठिकाने लगाना किसी साजिश का इशारा कर रहा है। अब जरूरत है कि जघन्यतम हत्याकांड की पूरी तरह तथ्यआधारित बड़ी एजेंसी से जांच कराने की है। जिससे आरोपी को कड़ी कड़ी सजा मिले। और ऐसे दुस्साहसी इरादे रखने वालों के लिए सजा एक नजीर बन सके।