सुनाद न्यूज
04 अक्टूबर 2022
राजू शुक्ला
शिवली,कानपुर देहात। कस्बा के साकेत धाम मन्दिर पर आयोजित होने वाली प्राचीन रामलीला की अनुमति न होने व माइक की तेज आवाज का हवाला देकर कमेटी पदाधिकारियों से एसडीएम मैथा महेंद्र कुमार बीतीरात उलझ गए। जिससे रामलीला का मंचन बंद हो गया। रामलीला का मंचन बंद हो जाने के बाद ग्रामीणों ने हंगामा काटा। और सोमवार को पदाधिकारियों ने मंदिर के महंत संत कुमार के साथ विरोध में धरना प्रदर्शन किया। और एसडीएम पर कार्रवाई की मांग की है।
रामलीला समिति के अध्यक्ष वैभव तिवारी ने बताया कि रविवार की रात रामलीला का मंचन चल रहा था। उसी समय एसडीएम पुलिस बल के साथ आए। और अनुमति न होने की बात कहकर कार्रवाई की बात कही। उसी समय रामलीला का मंचन बंद कर दिया गया। रामलीला का मंचन बंद होते ही ग्रामीणों ने जमकर हंगामा काटा।पूर्व अध्यक्ष राधाकृष्ण बाजपेई ने कहा कि प्राचीन रामलीला में पहली बार इस तरह प्रशासन ने अडंगा लगाया है। अधिकारियों के बात संज्ञान में बात आने के बाद रात में ही एसडीएम दोबारा रामलीला मंच पर पहुंचे। और ग्रामीणों को मनाने की कोशिश की। हालाकि ग्रामीण उन पर कार्रवाई की मांग करने लगे।विहिप नेता विपिन शुक्ला ने कहा कि प्रशासन इस तरह लीला का मंचन नही रुकवा सकता है।
दूसरे दिन सोमवार को मंदिर के महंत बाबा संत कुमार ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठ गए। एडीएम प्रशासन केशवनाथ,एएसपी घनश्याम चौरसिया सोमवार की शाम मंदिर पहुंचे। दोनो अधिकारियों ने आंदोलनरत बाबा संत कुमार व ग्रामीणों से बातचीत की। उन्होंने दस दिनों में जांच कर कार्रवाई की बात कही। इस पर ग्रामीण मान गए। और लीला मंचन के लिए तैयार हो गए।