सुनाद न्यूज
02 सितंबर 2022
बृजबिहारी द्विवेदी
कानपुर देहात– जिले के परिषदीय विद्यालयों में अध्यापकों के गैरहाजिर रहने के मामले निरीक्षण में अक्सर देखने को मिलते रहते हैं कुछ शिक्षक मानव संपदा पोर्टल पर अवकाश के लिए आवेदन नहीं करते बल्कि अवकाश का प्रार्थना पत्र स्कूल में लिख कर रख देते हैं और गायब हो जाते हैं जबकि अब सिर्फ मानव संपदा पोर्टल पर ही अवकाश लिए जाने का निर्देश है। बीएसए रिद्धी पाण्डेय का कहना है कि सभी अध्यापक अपने दायित्वों के प्रति गंभीर रहें और समय पर विद्यालय में उपस्थित रहकर बच्चों को निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुसार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करें। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों और शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा औचक रूप से विद्यालयों में पहुंचकर अध्यापकों की उपस्थिति के साथ-साथ गैरहाजिर अध्यापकों के नियमानुसार अवकाश स्वीकृति सहित विभिन्न कार्यों का सत्यापन किया जायेगा बिना ऑनलाइन अवकाश वाले शिक्षकों पर कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि अच्छे अध्यापकों को विभाग द्वारा सम्मानित भी किया जा रहा है और भविष्य में भी ऐसे लोगों को चिन्हित करके उन्हें सम्मानित किया जायेगा। परंतु ऐसे अध्यापक जो अध्यापन कार्य को छोड़कर व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं तथा अपने दायित्वों के प्रति गंभीर नहीं हैं उन्हें चिन्हित किया जायेगा तथा उनके विरूद्ध कठोर कार्यवाही भी की जाएगी। उन्होंने पांच सितंबर को होने वाले शिक्षक दिवस का जिक्र करते हुए कहा कि शिक्षा किसी भी देश की नीव मानी जाती है और हमारी भावी पीढ़ी का निर्माण भी शिक्षा के बल पर ही होता है। सरकार द्वारा शिक्षा व्यवस्था को अनुकूल माहौल में संचालित करने के लिए मिशन कायाकल्प के अंतर्गत अत्यंत आकर्षक एवं मजबूत आधारभूत सुविधाएं विकसित कराई जा रही हैं। निपुण भारत मिशन के अंतर्गत शिक्षा की नींव को मजबूत किया जा रहा है।