सुनाद न्यूज
02 जुलाई 2022
कानपुर देहात । जिले के एक किनारे पर स्थापित मैथा तहसील में पहली बार डीएम नेहा जैन की अध्यक्षता में तहसील समाधान दिवस का आयोजन होने जा रहा है। मैथा तहसील सात वर्ष पूर्व स्थापित हुई थी। दो वर्ष पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वर्चुअल ढंग से तहसील की नई इमारत का शुभारंभ किया था। इसके बावजूद तहसील में कई समस्याएं अभी तक बरकरार हैं।
समस्या नंबर एक-मैथा में तहसील स्थापित होने के बावजूद रजिस्ट्री कार्यालय अभी तक नही खोला जा सका है। रजिस्ट्री कार्यालय के अभाव में ग्रामीणों को अभी भी अकबरपुर व रसूलाबाद तहसील तक भागदौड़ करनी पड़ रही है। जब कि कई माह पूर्व रजिस्ट्री कार्यालय के लिए कमरा एलाट किया जा चुका है। शासन ने सबरजिस्ट्रार व क्लर्क के पद भी स्वीकृत कर दिए हैं। लायर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने बताया कि रजिस्ट्री कार्यालय ना होने से ग्रामीण परेशान होते हैं। अधिवक्ता डीएम को रजिस्ट्री कार्यालय स्थापना के लिए ज्ञापन भी सौंपेंगे।
समस्या नंबर दो-तहसील में इतने वर्ष बाद कई कार्यालय होने के बाद भी अग्निशमन यंत्र नही लगवाए गए हैं। जिससे कभी भी हादसा होने पर बड़ा नुकसान संभव है। यहां पर एसडीएम,तहसीलदार,नायब तहसीदार के कार्यालय के अलावा रजिस्टार कानूनगों,आपूर्ति विभाग के कार्यालय भी संचालित हैं। अभी तक अधिकारियों ने इस समस्या की तरफ ध्यान भी नही दिया।
समस्या नंबर तीन-तहसील मैथा के लेखपाल व कानूनगो आवास पर पूरे दिन बैठते हैं। जब कि प्रथम तल पर लेखपालों के लिए हाल आवंटित कर कुर्सी मेज भी डलवाई गई हैं। ग्रामीण सुरेश कुमार,सत्येंद्र कुमार,जितेंद्र कुमार ने बताया कि आम लोग निर्धारित जगह पर लेखपाल व कानूनगो के न मिलने से वापस लौट जाते हैं।
समस्या नंबर चार-समाधान दिवस पर शिकायत दर्ज करवाने के लिए मैथा तहसील में दो जुलाई को दो काउंटर खोले जाने की मांग ग्रामीणों ने की है। 4 जून को तहसील दिवस पर शिकायतकर्ता लाइन में लगकर खडे रहे। और उनकी शिकायत दर्ज नही हो पाई थी। तहसील दिवस का समय पूरा होने पर मन मसोसकर ग्रामीण वापस लौट गए थे। ग्रामीण हरिश्चंद्र,राजाराम,मोहित कुमार,अमन ने बताया कि शिकायत दर्ज करने का एक काउंटर होने से पिछली बार शिकायत नही दर्ज करा पाए थे।
बोले जिम्मेदार
किसी ने उनसे कोई इस बाबत शिकायत नही की है। सभी समस्याओं का निपटारा कराया जायेगा-महेंद्र कुमार,एसडीएम, मैथा