ककवन ब्लॉक में मनमाने ढ़ग से लगभग तीन लाख के रुपये पौधे अक्टूबर 2021 में खरीदे गए थे। इस मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाई गई थी
कानपुर जिले के ककवन ब्लॉक में मनमाने तरीके से 2.91 लाख रुपये से खरीदे गए पौधों के मामले में जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने आठ प्रधानों और तीन सचिवों से बराबर-बराबर वसूली का आदेश दिया है। साथ ही प्रधानों को कठोर चेतावनी व सचिवों की वेतनवृद्धि रोकने को भी कहा है। जबकि इस पूरे खेल के सूत्रधार तत्कालीन बीडीओ प्रदीप को सिर्फ चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है। जांच में दोषी भी पाया जा चुका है। अक्तूबर 2021 में ककवन ब्लॉक के तत्कालीन खंड विकास अधिकारी प्रदीप ने सचिव और बछना, चंद्रपुरा, सिहुरादारा शिकोह, उट्ठा, देवहा, ककवन, फत्तेपुर, मनावां बिल्हौर गांव के प्रधानों से पौधरोपण के 2.91 लाख रुपये फर्रुखाबाद की एक फर्म को भुगतान कराया था। नियमानुसार पौधे वन विभाग से लिए जाने थे। सीडीओ डॉ. महेंद्र कुमार की ओर से गठित तीन सदस्यीय जांच कमेटी को सभी प्रधानों और सचिवों ने बताया कि बीडीओ के दबाव में उन्होंने भुगतान किया था। कमेटी ने बीडीओ प्रदीप कुमार को मुख्य दोषी मानते हुए सचिव आनंद गौतम, दिव्यांशु पांडेय व शिवपाल और आठों प्रधानों को भी आरोपी बनाया था। डीपीआरओ ने तीन सचिवों को निलंबित कर दिया था और बीडीओ को चेतावनी देकर छोड़ दिया था। प्रधानों के खिलाफ कार्रवाई के मामले लंबित पड़े थे। उसी आधार पर कार्रवाई की है। जांच रिपोर्ट में बीडीओ का कोई जिक्र नहीं था। दोषी है, तो अपने स्तर से जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।